काली रात
मेरा नाम रवि है मै एक private company में काम करता हूं मेरा घर कंपनी से करीब 10/12km पड़ता है
वहां से यहां मेरा डेली का टर्न ओवर है
कभी कभी मुझे देर भी हो जाती है इसी वजह से मैं सही समय पर कंपनी से छूटी ले लेता हु कि लेट न हो जाऊं
और ओवर टाइम हो तो कंपनी में ही रुक जाता हूं
मुझे वो रात अब भी नहीं भूलती जब रोज की तरह ही उस दिन भी 6:30 पर सब छूटी की तयारी में थे कि कंपनी ने नाइट का anounce कर दियाक्योंकि काम ज्यादा था उस दिन तो नाइट तो लगानी ही पड़ती
कुछ इसबात से खुस थे लेकिन कुछ के चहरे उतर गए उन्ही मे मै भी था क्युकी उस दिन मुझे घर पर कुछ जरूरी काम था लेकिन कंपनी में ज्यादा काम थातो मना कैसे कर देता इस लिए सारी परवाह छोड़ के मैंने उस दिन नाइट सिफ्ट कर ही ली बातों बातों में कब नाइट sift पूरी हो गई पता ही नहीं चलाछुट्टीमें कुछ तो घर जा रहे थे कुछ उसी कंपनी में ही सो ने लगे मेरे साथ मेरा एक पड़ोसी आता था जो अपनी बाइक से आता था मैने सोचा आज इसी केसाथ
चला जाता हूं उसका कमरा मेरे मकान से 2km पर था जब मैने उसे साथ ले चलने को बोला तो उसने मुझे समझाया सुबह आ जाना अभी क्यों जा रहे होतुम्हारा तो घर मेरे रूम से दो किलोमीटर पर है न उतना कैसे जाओगे अंधेरे में लेकिन मैं उसकी कुछ नहीं सुना बस बोला चला जाऊंगा चलो तो यार वोबोला ठीक है चलो फिर मै उसकी बाइक पर बैठा और फिर हम दोनो बातें करते चल दिए उसका कमरा आया उसने मुझे उतार कर कहा आराम से जानामैने का फिक्र मत करो चला जाऊंगा
उसके रूम से करीब एक किलोमीटर तक ही स्ट्रीट लाइट्स थी बाकी एक किलोमीटर सुनसान अंधेरी सड़क थी
लेकिन वो स्ट्रीट लाइट भी रात में बड़ी खौफनाक लगती थी
उस टाइम मेरे पास कोई फोन भी नहीं थी की timepaas करता जाऊं इस वजह से मन में भी बुरे बुरे डरावने ख्याल आ रहे थे मै जा रहा था की देखा कोईकाली परछाई मेरे साथ साथ ही चल रही थी यहां तक कि उसके पैरों की आवाज भी मुझे साफ साफ सुनाई दे रही थी इसे देख कर मेरा दिल भी बड़ी जोरजोर से धड़क रहा था की वो परछाई कही गुम गई फिर मैंने अपने कदमों की रफ्तार तेज कर दी
की तभी मैंने देखा सामने से एक काली scorpio बड़ी तेजी से आ रही थी और ओवर control हो कर पास के एक खंबे में जा भिड़ी उस में कोई था नहींबस ड्राइवर ही था जो शायद ड्रिंक किए हुए था मैने सोचा तो की कोई मदद करूं उसकी लेकिन रात ज्यादा थी कोई नई परेशानी न खड़ी हो जाए इसलिएचुपचाप मै वहां से चला गया हालाकि उस accident को देख कर तो मेरे रोंगटे ही खड़े हो गए थे कुछ दूर आगे बढ़ा ही थी की मैने देखा वही scorpio फिर से सामने से आ रही है और उसी प्रकार फिर से मेरे आंखों के सामने एक accident हुआ इस बार तो वो ओर दिल दहला देने वाला था क्योकी जोउसमे ड्राइवर बैठा था वो एक झटके में कार के सामने उसी खंबे से टकराया ओर उसका सर फट गया उसमे बड़ी तेजी से खून बहने लगा
ये देखकर तो मेरा दिल मानो सीने से निकलने लगा
घबराहट से मेरे पसीने निकलने लगे मैं इस बार बड़ी तेजी से आगे बढ़ा की पीछे से उसने आवाज दी सुनो मुझे तुम्हारी मदद चाइए नहीं किए तो तुम्हारेसाथ भी ऐसा ही होगा मैं घबराहट से रुक गया कुछ देर बाद मुझे ऐसा लगा जैसे कोई मेरे ठीक पीछे ही खड़ा है लेकिन घबराहट के कारण मै पीछे नहींमुड़ा जब मैं पीछे नहीं मुड़ा तो वो जोर जोर से चीखने चिल्लाने लगा लेकिन मै फिर भी नही मुड़ा तो वो शख्स मेरे आगे ही आ गया उसे देख कर तो मेराहाल बहोत ही बुरा हो चुका था
उसका सर पूरी तरह से फटा हुआ था आंखे भी बाहर आ गई थी वो मुझे घूर ही रहा था मैने सोचा थोड़ा हिम्मत दिखा दी तो जान बच जायेगी वरना बेमोततो मरेंगे ही मैने उसे साइड में धक्का दिया ओर जितनी तेज हो सका भागा
ओर वो आवाज चिल्लाती रही की तुम कहां जाओगे मुझसे बचकर आज नही कल तो मिलोगे
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